मुख्यमंत्री निवास के जनसंपर्क विभाग के सभी कर्मचारियों को क्वारेंटाइन किया गया है। इसके अलावा बाणगंगा स्थित जनसंपर्क विभाग के भी कुछ कर्मचारियों को भी क्वारेंटाइन किया गया है। ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि 20 मार्च को सीएम हाउस में तत्कालीन मुख्यमंत्री कलमनाथ की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कोरोना वायरस से संक्रमित पत्रकार केके सक्सेना पहुंचे थे। पत्रकार की बेटी और फिर उसकी कोरोना वायरस की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद सीएम हाउस और जनसंपर्क विभाग ने ऐहतियात के तौर पर ये कदम उठाए हैं।
दरअसल, 20 मार्च को भोपाल में मुख्यमंत्री निवास पर हुई तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ की प्रेस कॉन्फ्रेंस पहुंचे पत्रकार केके सक्सेना की कोरोना वायरस की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद कई राज सामने आ रहे हैं। इस मामले से जुड़ा एक और सच सामने आया है। जिसके अनुसार केके सक्सेना ने कमलनाथ की पत्रकार वार्ता के बाद जनसंपर्क विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी से हाथ मिलाया था। ये अधिकारी मीडिया को दिए जाने वाली प्रेस विज्ञप्तियों की जिम्मेदारी संभालते हैं।
जनसंपर्क विभाग के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार 20 मार्च को कमलनाथ की पत्रकार वार्ता समाप्त होने के बाद ये अधिकारी केके श्रीवास्तव से हाथ मिलाने के बाद मुख्यमंत्री निवास स्थित जनसंपर्क विभाग में पहुंचे और कुछ अधिकारियों से मिलने के बाद बाणगंगा स्थित जनसंपर्क विभाग चले गए। यहां करीब डेढ़ घंटे रहने के दौरान कई अधिकारियों और कर्मचारियों से मिले। इसके बाद ये फिर मुख्यमंत्री निवास पहुंचे और अधिकारियों से मिले और जारी होने वाली प्रेस विज्ञप्ति की जांच कराई। अधिकारियों ने उस विज्ञप्ति में कुछ संशोधन कराने कहा। ये काम उन्होंने अधिकारियों के बगल में बैठकर किया।
सूत्रों के अनुसार सीएम हाउस से दिशा निर्देश लेने के बाद ये अधिकारी फिर से बाणगंगा स्थित जनसंपर्क विभाग के कार्यालय में आ गए और अधिकारियों से मिल इन्होंन अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के बगल में बैठ प्रेस विज्ञप्ति में संशोधन कराया। काम खत्म करने के बाद ये अधिकारी फिर अपने अधिकारियों से मिले और फिर रात करीब 7 बजे अपने घर चले गए।
बेटी की रिपोर्ट कोरोना वायरस पॉजिटिव आने के बाद 25 मार्च को पत्रकार केके सक्सेना की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आ गई। केके सक्सेना की रिपोर्ट पॉजिटिव आते ही सीएम हाउस और जनंसपर्क विभाग में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में सभी कर्मचारियों की जांच कराई गई। जांच में किसी के संक्रमित होने के लक्षण नहीं मिले। लेकिन, इसके बाद दोनों ही स्थानों के करीब 50 कर्मचारियों को क्वारेंटाइन किया गया है। इस घटना के बाद सीएम हाउस के जनसंपर्क विभाग और बाणगंगा स्थित जनसंपर्क कार्यालय को सैनिटाइज कराने के बाद ताला लगा दिया गया है। बताया जाता है कि 20 मार्च के बाद भी केके श्रीवास्तव कई दफा जनसंपर्क विभाग गए थे। फिलहाल सभी कर्मचारियों की हालत सामान्य बताई जा रही है। अधिकारियों के कहने पर हर दिन इन कर्मचारियों से उनकी तबीयत का अपडेट ले रहे हैं।