कोरोना संदिग्धों की देखभाल और निगरानी के लिए भोपाल नगर निगम जियो फेंसिंग की तैयारी कर रहा है। दरअसल संदिग्धों लेकर लगातार आशंका जताई जा रही है कि वे तमाम हिदायतों के बावजूद घर से बाहर निकल रहे हैं। रहवासी कॉल सेंटर पर फोन करके बार-बार शिकायत भी कर रहे हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग, जिला प्रशासन और नगर निगम अमले को बार-बार फोन पर फॉलोअप लेना पड़ रहा है। इस स्थिति से निपटने के लिए अब ऐसे लोगों की जियो फेंसिंग की जाएगी।
इसके तहत संदिग्धों को वॉट्स एप पर अपनी सेल्फी और वीडियो भेजकर रोज रिपोर्टिंग करनी होगी। यदि तबीयत बिगड़ती है तो इसकी तत्काल जानकारी देना होगी और यदि ठीक है तो केवल यह बताना होगा कि वे स्वस्थ हैं। ऐसी स्थिति में प्रशासन का अमला बार-बार फोन नहीं करेगा। अकेले भोपाल में ही प्रशासन 2600 से ज्यादा लोगों की मॉनिटरिंग कर रहा है।
यह वे लोग हैं, जो कोरोना प्रभावित देश या शहर की यात्रा करके लौटे हैं। इनकी स्क्रीनिंग की जा रही है और लक्षण मिलने पर उन्हें संदिग्ध मानकर सैंपल लिए जा रहे हैं। अब तक लगभग 600 लोगों के सैंपल लिए गए हैं। कॉल सेंटर से इनका फॉलोअप लिया जा रहा है। फील्ड में पदस्थ अमला भी इनसे संपर्क कर रहा है।